माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली की शह पर रीट का पेपर लीक हुआ है। उन्होंने डॉ. प्रदीप पाराशर, जो एक गैर सरकारी व्यक्ति हैं और डॉ. जारोली के घनिष्ठ मित्र हैं को जयपुर जिला का जिला समन्वयक नियुक्त किया। इन्होंने ही पेपर लीक किया।
डॉ. प्रदीप पाराशर ने चार डिप्टी कंट्रोलरों को बाईपास करते हुए चार गैर सरकारी व्यक्तियों, जो निजी संस्थानों से संबद्ध हैं को मौखिक आदेश से रीट परीक्षा के गोपनीय कार्य में शामिल किया। इन्हें परीक्षा केंद्र बुक करने और पेपर वितरण का महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया।
इनमें से ही एक व्यक्ति ने जयपुर में शिक्षा संकुल स्थित बोर्ड के कार्यालय से सील फाड़कर रीट का पेपर निकाला और नकल गिरोहों तक पहुंचाया। 24 सितंबर को बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली और डॉ. प्रदीप पाराशर इन दोनों व्यक्तियों के दिन-रात शिक्षा संकुल स्थित कार्यालय में उपस्थित रहे। शिक्षा मंत्री श्री गोविंद डोटासरा जी यह कह रहे हैं कि प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह जी ने मुझे डांट दिया इसलिए मैंने धरना स्थगित कर दिया। पहली बात उनकी यह सूचना गलत है और दूसरी बात मैं किसी की डांट से रुकने वाला व्यक्ति नहीं हूं। अन्याय के खिलाफ खड़ा होना मेरे स्वभाव में है।
पेपर लीक प्रकरण में कई बड़े-बड़े लोगों के शामिल होने की संभावना है इसी कारण से एसओजी भी अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभा पाएगी ऐसी आशंका है। इसीलिए सीबीआई की जांच की मांग कर रहा हूँ।