Description
मुख्यमंत्री से श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों की चर्चाश्रमिकों के कल्याण के लिए सरकार प्रतिबद्धजयपुर, 20 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत से बुधवार शाम को मुख्यमंत्री निवास पर विभिन्न मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की और अपनी विभिन्न मांगों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। प्रतिनिधिमण्डल में इन्टक के श्री जगदीश राज श्रीमाली एवं श्री घासीलाल, एटक रोडवेज के श्री एमएल यादव एवं श्री कुनाल रावत, सीटू के श्री रामपाल सैनी एवं श्री भंवरसिंह राणा, एचएमएस के श्री मुकेश माथुर तथा सीपीआई के श्री डीके छंगाणी आदि पदाधिकारी मौजूद थे। श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में लाए गए श्रम कानूनों में परिवर्तन पर पुनर्विचार किया जाए। साथ ही, भारत सरकार द्वारा लागू होने वाले लेबर कोड को लेकर सभी श्रमिक संगठनों के साथ चर्चा की जाए। न्यूनतम मजदूरी के निर्धारण में सुधार हो। श्रमिकों के कल्याण के लिए श्रमिक कल्याण केन्द्र बनाने के साथ ही मजदूर भवन बनाया जाए।प्रतिनिधियों ने सेवानिवृत्त रोडवेज कर्मियाें की ग्रेच्युटी का भुगतान करने के निर्णय पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्री गहलोत के इस निर्णय से सेवानिवृत्त कार्मिकों के परिवारों को सम्बल मिला है। उन्होंने मुख्यमंत्री को रोडवेज कार्मिकों के लिए नियमित वेतन भुगतान के लिए ग्रांट व्यवस्था को सुदृढ़ करने, दीपावली पर एक्सग्रेशिया देने, रोडवेज बसों की संख्या में वृद्धि करने, रिक्त पदों को भरने, सेस फण्ड सहित सेवानिवृत्ति के बकाया अन्य परिलाभ जल्द दिलाए जाने का आग्रह किया। साथ ही, बस टर्मिनल प्राधिकरण एवं लोक परिवहन सेवा आदि मुद्दों पर नीतिगत निर्णय लिए जाने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने सकारात्मक माहौल में हुई चर्चा के दौरान कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों के हितों को लेकर गंभीर है और इस दिशा में लगातार संवेदनशील सोच के साथ निर्णय लिए हैं। उन्होंने कोरोना की पहली एवं दूसरी लहर के समय मोक्ष कलश बसों के सुचारू संचालन तथा संकट की घड़ी में प्रवासियों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाने में निभाई गई मानवीय भूमिका के लिए रोडवेज कार्मिकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि रीट जैसी बड़ी प्रतियोगी परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को सुगमतापूर्वक परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने में भी रोडवेज ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के सफल आयोजन में भी रोडवेजकर्मी अपने दायित्व का निर्वहन करें। श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए उनकी वाजिब मांगों के सम्बन्ध में सकारात्मक रूख के साथ चरणबद्ध रूप से निर्णय लेगी। रोडवेज और जेसीटीसीएल से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर भी जल्द बैठक कर निर्णय लिए जाएंगे। इस अवसर पर प्रमुख सचिव परिवहन श्री अभय कुमार, शासन सचिव श्रम श्री भानुप्रकाश एटरू सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। —-