घर-घर औषधि योजना के वर्तमान वर्ष का 80 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण -पौध वितरण में उदयपुर संभाग रहा अव्वल, भरतपुर दूसरे और अजमेर संभाग रहा तीसरे नंबर पर

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घर-घर औषधि योजना के वर्तमान वर्ष का 80 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण-पौध वितरण में उदयपुर संभाग रहा अव्वल, भरतपुर दूसरे और अजमेर संभाग रहा तीसरे नंबर परजयपुर, 25  अक्टूबर। राज्य सरकार एवं वन विभाग की महत्वपूर्ण घर-घर औषधि योजना के प्रथम वर्ष के पौध वितरण कार्य में उदयपुर संभाग अव्वल रहा है। उदयपुर संभाग ने शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है। वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री सुखराम बिश्नोई, प्रमुख शासन सचिव श्रीमती श्रेया गुहा और प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन-बल प्रमुख) द्वारा निरंतर योजना की समीक्षा करते हुए संभाग और जिला स्तर पर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं।प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री मुनीश कुमार गर्ग ने बताया कि 25  अक्टूबर तक घर-घर औषधि योजना के पौध वितरण में उदयपुर संभाग ने शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है। संभाग के सभी जिलों में 100 प्रतिशत से अधिक उपलब्धि दर्ज की गई है। बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर और उदयपुर नॉर्थ ने आवंटित लक्ष्य के अनुरूप औषधीय वितरित किए हैं। भरतपुर संभाग ने 81 प्रतिशत और अजमेर संभाग ने 80 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य अर्जित किया। जयपुर संभाग ने 76 प्रतिशत और कोटा संभाग द्वारा 74 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया। कुल मिलाकर राज्य मे 50 लाख किट्स वितरित की गई हैं। यह वर्तमान वर्ष के कुल लक्ष्य का लगभग 80 प्रतिशत है।इसी संदर्भ में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन-बल प्रमुख) डॉ. दीप नारायण पाण्डेय ने गत दिवस आयोजित बैठक में घर-घर औषधि योजना की समीक्षा करने के साथ ही लाभान्वितों के घरों में जाकर पौधों की वृद्धि का मूल्यांकन, रख-रखाव और आवश्यक होने पर उनके उपयोग की जानकारी मौके पर ही देने के निर्देश दिए। डॉ. पाण्डेय ने कहा कि जिन स्थानों पर पौध वितरण का लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है, वहां की पौधशालाओं में अगर कोई परिवार औषधीय पौधे लेने आता है तो उन्हें भी पौधे उपलब्ध करवाए जाएं।उन्होंने मुख्य वन संरक्षक और उप वन संरक्षकगणों को दिसंबर माह तक पौध वितरण कार्य पूर्ण करने के निर्देश देते हुए जिन जिलों में औषधीय पौधों का वितरण कम हुआ है, उनमें तेजी लाने के निर्देश दिए।डॉ. पाण्डेय ने अगले वर्ष के लिए पौधशालाओं में पौध तैयारी अभी से शुरू करने के निर्देश देते हुए कहा कि नया वित्तीय वर्ष आरंभ होते ही सभी व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं। जिन जिलों में औषधीय पौधों के वितरण का लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ है, वहां जल्द से जल्द जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित कर वितरण कार्य को आगे बढ़ाया जाए। योजना में शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने पर उदयपुर संभाग और उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित करने वाले अन्य जिलों की प्रशंसा करते हुए डॉ. पाण्डेय ने इस क्रम को निरंतर बनाए रखने के निर्देश दिए।—-