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चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री ने किया अजमेर के श्यार में शिविर का अवलोकनकेकड़ी में आयुष चिकित्सा विधा के तीन संस्थानों का शिलान्यास जयपुर, 25 अक्टूबर। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने प्रशासन गांवों के संग अभियान के अंतर्गत अजमेर जिले की ग्राम पंचायत श्यार में आयोजित शिविर का अवलोकन किया। चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा सोमवार को केकड़ी विधानसभा क्षेत्र के प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने श्यार ग्राम पंचायत में प्रशासन गांवों के संग अभियान के शिविर का अवलोकन किया। यहां ग्रामीणों के साथ शिविर में होने वाले कार्यों के संबंध में चर्चा की। शिविर प्रभारी श्रीमती तारामती वैष्णव को समस्याओं के निस्तारण के संबंध में आवश्यक निर्देश प्रदान किए। ग्रामीणों से विभिन्न समस्याओं के निस्तारण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से लाभान्वित होने का आह्वान किया। शिविर में 418 पट्टे, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 34 स्वीकृतियां, 8 शौचालय के लिए स्वीकृतियां, 20 जॉब कार्ड तथा 8 नवीन पेंशन के कार्य संपादित हुए। इसी प्रकार आपसी सहमति के 31 बंटवारे, शुद्धिकरण के 176, स्कूल मैदान के 4 आवंटन, आबादी विस्तार के 6 कार्य तथा 3 राजकीय कार्यालयों के लिए भूमि आवंटन का कार्य शिविर में किया गया। इनके माध्यम से आमजन को राहत प्रदान की गई। आयुष चिकित्सा विधा के तीन संस्थान केकड़ी में चिकित्सा एवं जनसम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने केकड़ी में तीन चिकित्सा महाविद्यालयों एवं एक अनुसंधान केन्द्र का शिलान्यास किया। ये संस्थान एक ही परिसर में संचालित होंगे। होम्योपैथी, आयुर्वेद व योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के एक-एक चिकित्सा महाविद्यालयों पर 27 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी। आयुष अनुसंधान केन्द्र भी 5 करोड़ की राशि से बनाए जाएंगे। राज्य में पहली बार एक ही परिसर में आयुष अनुसंधान केन्द्र संचालित होंगे। तीनों महाविद्यालयों में लगभग 160 छात्रों को प्रति वर्ष प्रवेश दिया जाएगा। ये भवन 15 महीनों में बनकर तैयार होगा। इससे एकीकृत चिकित्सा पद्धति का लाभ सभी जनसाधारण को मिलेगा। केकड़ी में विश्व स्तरीय आयुष अनुसंधान से प्रदेश में नई प्रकार की दवाईयों की जांच व रिसर्च तथा राज्य में आयुष चिकित्सा को बढ़ावा मिलेगा। कार्यक्रम में होम्योपैथी के निदेशक डॉ. रेणु बंसल व अतिरिक्त निदेशक डॉ. धीरेन्द्र बंसल, डॉ. सुरेश वर्मा, डॉ विनय, डॉ. मधुबाला, डॉ. राजुल उपस्थित थे। —–