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‘प्रशासन गांवों के संग’ अभियान-2363 भूमिहीन किसानों को 480 हेक्टेयर भूमि आंवटित : राजस्व मंत्रीडूंगरपुर में सर्वाधिक 2206 किसानों को 411 हेक्टेयर जमीन आंवटित जयपुर, 30 अक्टूबर। ‘प्रशासन गांवों के संग’ अभियान के तहत ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविरों से लाखों लोगों को राहत मिल रही है। यह उन किसानों के लिए भी उम्मीद की किरण बनकर आए हैं जिनके पास कृषि के लिए अपनी जमीन नहीं थी। अभियान के तहत 29 अक्टूबर तक 2363 भूमिहीन किसानों को 480.78 हेक्टेयर भूमि आंवटित की गई है। डूंगरपुर में सर्वाधिक 2206 किसानों को 411.78 हेक्टेयर जमीन आंवटित की गई है। राजस्व मंत्री श्री हरीश चौधरी ने बताया कि इस अभियान के तहत भूमिहीन किसानों को कृषि भूमि आंवटन नियमों के अनुसार भूमि आंवटित की जा रही है। जमीन का मालिकाना हक मिलने से सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले के 51 भूमिहीन किसानों को 18.86 हेक्टेयर, भीलवाड़ा के 49 किसानों को 24.24, बांसवाड़ा के 34 किसानों को 18.65, सिरोही के 13 किसानों को 1.55, जैसलमेर के 6 किसानों को 4.03, बारां के 2, दौसा और श्री गंगानगर के एक-एक भूमिहीन किसान को भूमि आंवटित की गई है। राजस्व मंत्री ने बताया कि डूंगरपुर जिले में सबसे ज्यादा 2206 किसानों को 411.78 हेक्टेयर जमीन आंवटित की गई है। डूंगरपुर की बिच्छीवाड़ा पंचायत समिति के 600 किसानों को 116.96 हेक्टेयर, आसपुर के 359 किसानों को 69.84, गलियाकोट के 358 किसानों को 60.96, सागवाडा के 259 किसानों को 60.18, दोवड़ा के 245 किसानों को 47.27, साबला के 141 किसानों को 28.65, सीमलवाडा के 9 किसानों को 1.66 और डूंगरपुर पंचायत समिति के 235 किसानों को 26.26 हेक्टेयर भूमि आंवटित की गई है।डूंगरपुर के श्री कारुलाल को मिला सहाराडूंगरपुर के नांदली ग्राम पंचायत निवासी श्री कारुलाल के पास भी कृषि के लिए जमीन नहीं थी। वृद्ध माता- पिता वाले 6 सदस्यीय परिवार ने जब इस बारे में स्थानीय प्रशासन को बताया तो अभियान के तहत 0.1618 हेक्टेयर भूमि आंवटित की गई है जिससे अब कारुलाल को सहारा मिलेगा। कारुलाल ने जमीन का सपना पूरा होने पर कहा कि लगता है जीवन में इस बार वाकई दिवाली आई है।