मुख्यमंत्री के सलाहकार रामकेश मीणा के बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने चुप्पी साधी। मीणा ने सीएम गहलोत से मुलाकात की।

मुख्यमंत्री के सलाहकार रामकेश मीणा के बयान पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने चुप्पी साधी। मीणा ने सीएम गहलोत से मुलाकात की।
2023 में अशोक गहलोत के नेतृत्व में ही दोबारा से कांग्रेस की सरकार बनेगी-चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सांवलिया सेठ से धार्मिक यात्रा शुरू की। 26 नवंबर को अजमेर आएंगी।
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राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा 23 नवंबर को दिल्ली प्रवास पर रहे। डोटासरा ने सुबह कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी से मुलाकात भी की। सोनिया से मुलाकात के बाद डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के जिला अध्यक्षों के पदों पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। प्रदेश की राजनीति पर सोनिया गांधी से विचार विमर्श हुआ है। लेकिन जब डोटासरा से मुख्यमंत्री के सलाहकार निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा के बयान पर प्रतिक्रिया चाही तो डोटासरा कार में बैठकर रवाना हो गए। मालूम हो कि मीणा ने 22 नवंबर को कहा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के विरोध की वजह से उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया। मीणा ने कहा कि यदि 2023 का चुनाव पायलट को आगे रखकर लड़ा जाता है तो कांग्रेस को नुकसान होगा। मीणा ने यह भी कहा कि वे जल्द ही दिल्ली जाकर हाईकमान से मुलाकात करेंगे। मीणा ने पायलट पर कांग्रेस हाईकमान को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। सूत्रों के अनुसार मीणा के बयान के बाद सीएम गहलोत ने उनसे फोन पर बात की और मिलने के लिए जयपुर बुलाया। 23 नवंबर को रामकेश मीणा अपने क्षेत्र के लोगों के साथ मुख्यमंत्री से मिलने के लिए सरकारी आवास पर पहुंचे। सीएमआर में दोनों के बीच अकेले में संवाद भी हुआ। सीएम गहलोत ने इस बात का अहसास कराया कि रामकेश मीणा अब सरकार और मुख्यमंत्री के सलाहकार की भूमिका में है। ऐसे में उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। इस बीच नवनियुक्त चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा, 2023 के चुनाव के अशोक गहलोत के नेतृत्व में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी। मीणा ने कहा कि गहलोत के नेतृत्व में ही चुनाव जीता जा सकता है। गहलोत कांग्रेस के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं के मान सम्मान का ख्याल रखते हैं।
वसुंधरा की धार्मिक यात्रा:
भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 23 नवंबर से अपने चार दिवसीय धार्मिक यात्रा शुरू कर दी है। हालांकि इस यात्रा का भाजपा संगठन से कोई सरोकार नहीं है, लेकिन राजे की इस यात्रा से भाजपा में खलबली मच गई है। 23 नवंबर को राजे ने चित्तौड़ स्थित सांवलिया सेठ के मंदिर में दर्शन किए और एक जनसभा को संबोधित भी किया। राजे ने कहा कि वे समय समय पर मंदिरों में जाकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करती रहती हैं। राजे की जनसभा में चित्तौड़ और उसके आसपास के क्षेत्रों के भाजपा विधायक भी उपस्थित रहे। पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी भी राजे की सभा में मौजूद थे। चार दिवसीय यात्रा का समापन 26 नवंबर को अजमेर में पुष्कर स्थित ब्रह्मा मंदिर के दर्शन के साथ समाप्त होगा। राजे अपनी इस यात्रा में उन भाजपा नेताओं के निवास पर भी जा रही है, जिनके परिवार में पिछले दिनों किसी सदस्य का निधन हुआ था।