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विशेष सतर्कता जांच अभियान सतर्कता जांच दलों ने 17 अवैद्य ट्रांसफार्मर पकड़े, 3.17 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जयपुर, 25 नवम्बर। बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक के निर्देशन में चल रहे सतर्कता जांच अभियान के दौरान बुधवार 24 नवम्बर, 2021 को डिस्कॉम के सतर्कता जांच दलों द्वारा कोटपूतली डिवीजन में नारेहड़ा सब-डिवीजन के अन्तर्गत 17 अवैद्य ट्रांसफार्मर पकड़े है। अवैद्य ट्रान्सफार्मर लगाकर बिजली चोरी के पकड़े गए इन मामलों में 3 लाख 17 हजार 255 रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जयपुर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक श्री नवीन अरोड़ा ने बताया कि बुधवार को डिस्कॉम के सतर्कता जांच दलों द्वारा की गई कार्यवाही में कोटपूतली डिवीजन में नारेहड़ा सब-डिवीजन के अन्तर्गत 13 सिंगल फेस के व थ्री फेस के 4 अवैद्य ट्रांसफार्मर जब्त किए है। इन सभी मामलों में मौके पर ही 3 लाख 17 हजार 255 रूपये का जुर्माना लगाते हुए विद्युत चोरी में लिप्त व्यक्तियों को विधिक नोटिस दिए गये। एक सप्ताह में पकड़ी 2 करोड़ 29 लाख की बिजली चोरी बिजली छीजत कम करने व बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए जयपुर डिस्कॉम में चल रहे विशेष सतर्कता जांच अभियान के दौरान सतर्कता दलों द्वारा एक सप्ताह में बिजली चोरी एवं दुरुपयोग के 1164 मामले पकड़े है। इस अवधि में विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थाने में 149 एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है। जयपुर डिस्कॉम के विजिलेन्स एवं ओएण्डएम विंग के अधिकारियों द्वारा संयुक्त रुप से लक्षित स्थानों पर विजिलेन्स चैकिंग की कार्यवाही की गई। प्रबन्ध निदेशक श्री नवीन अरोड़ा ने बताया कि डिस्कॉम क्षेत्र में बिजली चोरी की प्रभावी रोकथाम एवं विद्युत छीजत को न्यूनतम स्तर पर लाने के उद्देश्य से उच्चतम छीजत वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर विजीलेन्स चैकिंग की कार्यवाही की जा रही है। उन्हाेंने बताया कि 15 से 21 नवम्बर, 2021 तक सतर्कता जांच दलों ने 2397 स्थानों पर की गई जांच में 1112 स्थानों पर बिजली चोरी एवं 52 स्थानों पर बिजली दुरुपयोग के मामले पकड़े गए है। पकड़े गए बिजली चोरी एवं दुरुपयोग मामलों में 2 करोड़ 29 लाख रुपए के राजस्व का निर्धारण किया गया है। इसके साथ ही विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थाने में 149 एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।उन्होंने बतया कि बिजली चोरी रोकने व छीजत में कमी लाने के लिए डिस्कॉम की विजिलेन्स टीमों द्वारा टारगेटेड विजिलेन्स चैकिंग का अभियान आगे भी जारी रहेगा, जिससे बिजली चोरी पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके।