सीडीईओ व पीईईओ तक की जिम्मेदारी तय, शिक्षा कैप्सूल तैयार किए गए,ब्लॉक का आवंटन कर मॉनिटरिंग इंचार्ज बनाया

नवाचार: सीडीईओ व पीईईओ तक की जिम्मेदारी तय, शिक्षा कैप्सूल तैयार किए गए, अब परीक्षा परिणाम सुधारने की कवायद भी शुरू होगी

ब्लॉक का आवंटन कर मॉनिटरिंग इंचार्ज बनाया….

शिक्षा निदेशालय की ओर से अब प्रदेश में प्रयास 2021 के माध्यम से परीक्षा परिणाम काे सुधारने की कवायद शुरू हुई है। पढ़ाई में कमजोर विद्यार्थियों पर फोकस करते हुए उन्हें सिर्फ बोर्ड की परीक्षा में पास करने के साथ ही तृतीय और द्वितीय श्रेणी लाने वाले बच्चों काे प्रथम श्रेणी तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। सीडीईओ से लेकर पीईईओ तक की जिम्मेदारी तय कर दी गई है। इसके अलावा सभी शिक्षा अधिकारियों काे ब्लॉक का आवंटन करते हुए उन्हें मॉनिटरिंग इंचार्ज बनाया है। इसके बाद अब जल्द ही कक्षा दसवीं और बारहवीं में अध्ययनरत बच्चों के शैक्षणिक उन्नयन पर काम किया जाएगा।

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इसके लिए शिक्षा कैप्सूल तैयार किए हैं। इससे अब नियमित अध्ययन के साथ ही बच्चों की कमजोरी काे पकड़ते हुए दूर करने पर काम किया जाएगा।

परीक्षा से 1 माह पहले पूरा होगा पाठयक्रम

बोर्ड परीक्षाएं मई माह के प्रथम सप्ताह में प्रस्तावित हैं। इसलिए आधा माह फरवरी, मार्च और अप्रैल तक कुल ढाई महीने का समय बचा है। विभाग की ओर से इस समयावधि के अनुरूप पाठ्यक्रम पूर्ण करने की योजना बनाई जाएगी। इसमें परिस्थितियों को देखते हुए 60 प्रतिशत पाठ्यक्रम पूरा करवाया जाएगा। विद्यालय स्तर पर ऑनलाइन पढ़ाई, स्माइल-2 व ई-कक्षा के माध्यमों के सहयोग से बोर्ड परीक्षाओं का पाठ्यक्रम परीक्षा से 1 माह पूर्व पूरा करवाना है।

न्यून परीक्षा परिणाम वाली स्कूलों का चयन

निदेशालय ने बोर्ड में न्यून परीक्षा परिणाम देने वाले स्कूलों का चयन किया है। इसमें वे स्कूल या बच्चों काे शामिल किया है जहां पर हर साल बच्चे फेल हाेते हैं या जहां पर परीक्षा परिणाम 50 प्रतिशत से कम है। जहां बच्चों के फेल हाेने का प्रतिशत ज्यादा है ऐसे स्कूलों काे अब बाॅटम लाइन या आधारतल स्कूल कहा है। वहीं जाे हर साल 36 से 50 प्रतिशत प्राप्तांक प्राप्त करते हैं। उन्हें आगे अध्ययन में कही भी वरीयता नहीं मिलती है।

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समस्त मॉडल पेपर पोर्टल पर अपलोड

प्रयास-2021 के तहत बोर्ड परीक्षा परिणाम में गुणात्मक सुधार पर विशेष बल दिया गया है। तृतीय, द्वितीय व प्रथम श्रेणी वाले संभावित विद्यार्थियों को क्रमश: उच्चतम श्रेणी की ओर तथा 90 प्रतिशत वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को मेरिट की दिशा में कदम बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए समस्त मॉडल पेपर व मॉडल उत्तर पुस्तिकाएं विभागीय पोर्टल पर अपलोड किए गए हैं।