भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर में बुधवार को बजरी माफियाओं की तरफ से रूपवास थाना पुलिस के ऊपर फायरिंग कर पुलिस थाने की खड़ी गाड़ी को टक्कर मार कर उसे क्षतिग्रस्त कर भाग जाने का मामला सामने आया है। पता चला है कि इस दुःसाहस के बाद बजरी माफियाओं का पीछा कर उन्हें दबोचने तक कि पुलिस की हिम्मत नही हुई और बह हाथ मलती हुई तमाशा देखती रह गई। गनीमत यह रही की बजरी माफियाओं के इस दुःसाहस के समय पुलिस की जीप में कोई भी पुलिसकर्मी बैठा हुआ नहीं था नही तो किसी भी अनहोनी से इंकार नही किया जा सकता है। दरअसल भरतपुर पुलिस ने कुछ दिनों पहले बजरी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की थी जिसके बाद रूपवास थाना इलाके के घाटोली चौकी पर कई दिनों से नाकाबंदी की हुई है। आज भी घाटोली चौकी पर नाकाबंदी चल रही थी जहां पुलिसकर्मियों ने अपनी गाड़ी खड़ी की हुई थी। इतने में भरतपुर की तरफ से कुछ बजरी की खाली ट्रैक्टर ट्रॉली नाकाबंदी को तोड़ पुलिसकर्मियों को मुँह चिढाते हुए वहां से गुजरी। बजरी माफियाओं ने इस दौरान फायरिंग करते हुए पुलिस की खड़ी जीप को टक्कर मार दी और सीधे निकल गए। इस घटना के बाद हाथ मलते पुलिसकर्मी बजरी माफियाओं को देखते रह गए। गौरतलब है कि अभी हाल ही में भरतपुर पुलिस ने बजरी माफियाओं के खिलाफ एक अभियान चला यह दाबा किया था कि अब किसी भी बजरी माफिया को भरतपुर में चंबल की बजरी लेकर नहीं आने दिया जाएगा जिसके बाद घाटोली चौकी पर आरएसी के जवान तैनात कर दिए गए लेकिन बाबजूद इस दाबे के अभी भी रात में धड़ल्ले से बजरी माफिया भरतपुर में बजरी लेकर आ रहे हैं। देखा जाए तो धौलपुर से बजरी लेकर भरतपुर आने वाले बजरी माफिया अब पुलिस के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। बजरी माफिया कभी तो नाकाबंदी पर खड़े पुलिसकर्मियों के ऊपर ट्रैक्टर ट्रॉली चढ़ाने की कोशिश करते हैं तो कभी उनके वाहनों को टक्कर मार कर भाग जाते हैं, लेकिन पुलिस उनके खिलाफ सख्त कदम नहीं उठा पा रही।