DFO के निर्देश की अवहेलना करना पड़ा भारी, दो कर्मचारी सस्पेंड-बूंदी

DFO के निर्देश की अवहेलना करना पड़ा भारी, दो कर्मचारी सस्पेंड
बूंदी(राजस्थान)
राजस्थान के बूंदी के केशोरायपाटन वन रेंज के वन विभाग के छापरदा नाका के सहायक वनपाल नाथूलाल सेन और वनकर्मी सूरज चौधरी को डीएफओ (DFO) के निर्देश की अवहेलना करना भारी पड़ गई. डीएफओ सोनल जोरिहार ने दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. घटनाक्रम वन माफिया से मिलीभगत और उनसे डरकर ड्यूटी करने से जुड़ा हुआ है.
विदित रहे, ख्यावदा वन क्षेत्र में अवैध रूप से बबूलों की कुट्टी कर ले जाते वन माफिया के ट्रैक्टर को बुधवार रात को वनकर्मियों ने पकड़ लिया था.वन माफिया के व्यक्ति कार्रवाई का विरोध- दादागिरी कर वनकर्मियों से ट्रैक्टर छुड़ाकर ले गए थे. इसकी जानकारी डीएफओ सोनल को मिली तो उन्होंने इस घटनाक्रम को विभाग के लिए चैलेंज माना.घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए वनमाफिया के खिलाफ उन्होंने दोनों कर्मचारियों को गेंडौली पुलिस थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज करवाने के निर्देश दे दिए थे. इसके विपरीत वनकर्मियों ने पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज नहीं करवाया. इसकी एवज में उन्होंने अपने स्तर पर वन माफिया पर दबाव बनाया और अवैध बबूलों की कुट्टी से भरा ट्रैक्टर वनकर्मियों ने जब्त कर लिया था.डीएफओ सोनल ने बताया कि ख्यावदा प्लांटेशन में पिछले कई दिनों से अवैध कटान कर वन संपदा की निकासी की जा रही थी. अवैध कार्य की रोकथाम के लिए दोनों कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिए गए थे. इसके बावजूद विभागीय कार्रवाई नहीं करना-ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतना गंभीर बात है. इसे सहन नहीं किया जाएगा. उन्होंने इस घटनाक्रम को गंभीरता से लेते हुए विभागीय नियमानुसार दोनों को निलंबित कर दिया और उन्हें बूंदी मुख्यालय पर हाजिरी देने के निर्देश दिए हैं.