आयुर्वेद काढे से लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के किये गये सार्थक प्रयास
कोरोना काल में 42 हजार 719 लोगों को काढा पिलाया गया
करौली, 11 जून। जिले मे कोरोना संक्रमण से आमजन को बचाने और इसकी रोकथाम करने के लिये आयुर्वेद विभाग द्वारा पूरी ताकत एवं टीम बनाकर लोगो को कोविड-19 से बचाव के लिये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिये वन औषधियों व वनस्पतियों के मिश्रण से आयुर्वेद काढा तैयार कर लोगो को सूखा आयुर्वेद काढा वितरण के साथ साथ प्रत्येक आयुर्वेद चिकित्सालय, सरकारी कार्यालयों, बैंक, पोस्ट ऑफिस, ई-मित्र केन्द्रों, कोविड केयर सेन्टरों, गली-गली, गांव’गांव, ढाणी-ढाणी में पहुंचकर आमजन को पिलाया गया। इसी का परिणाम है कि करौली जिले मे कोरोना संक्रमण से बचाव और रोकथाम के इन उपायांे से आयुर्वेद विभाग ने जिले मे 79 औषधालयों मे जिनमे लगभग 1 लाख 58 हजार 785 रोगियों को आयुर्वेद चिकित्सा से लाभान्वित किया गया।
जिले मे कोरोना संक्रमण के बढते हुए मामलों को रोकने मे काढा, पंचकर्म चिकित्सा का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा जिसमंे लगभग 1520 रोगियों को लाभान्वित किया गया। कोविड-19 के दौरान आयुर्वेद चिकित्सकोें एवं कम्पाउण्डरों द्वारा 20 अप्रेल 2021 से 10 जून 2021 तक 42 हजार 719 लोगों व रोगियों को काढा पिलाया एवं वितरण किया गया। 12 हजार 345 खांसी, जुकाम, बुखार के रोगियों को 64 आयुष शिविर आयोजित कर औषधियों की किटांे का वितरण किया गया। साथ ही आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों द्वारा ऑनलाईन परामर्श टीम गठित कर लोगों को उपचार की सलाह दी गई। राजकीय जिला अस्पताल करौली, उप जिला अस्पताल हिण्डौन मे कोरोना वार्डों मे जाकर कोरोना पीडित रोगियो एवं उनके परिजनों को रोग प्रतिरोधक क्षमता वर्द्धक काढा प्रतिदिन जाकर पिलाया जिसका लाभ भर्ती कोरोना रोगियों को मिला। कोरोना बचाव के लिए आमजन आयुर्वेदिक काढा पीने के लिए स्वतः ही आगे आए ओर आयुर्वेदिक चिकित्सक व स्टॉफ ने पूरी तरह से समर्पण के साथ दिन रात एक कर लोगो को कोरोना से बचाव के लिये जो प्रयास किया वह जिले के कोरोना संक्रमण के रोगियों की संख्या को कम करने मे सार्थक सिद्ध हुआ। आयुर्वेद काढा पीने के प्रति आमजन का विशेष लगाव का ही यह परिणाम सामने आया कि काढे का कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिये वन औषधियों मे यह गुण मौजूद है जिनसे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।