रेलवे में ब्लैक फंगस से पहली मौत, दवाइयों के अभाव में टूटा वर्कशॉप इंजीनियर दम
कोटा। न्यूज. माल डिब्बा मरम्मत कारखाना (वर्कशॉप) में गुरुवार को ब्लैक फंगस से एक इंजीनियर की मौत हो गई। मौत का मुख्य कारण ब्लैक फंगस की समय पर दवाइयां उपलब्ध नहीं होना बताया जा रहा है। कोटा रेल मंडल और वर्कशॉप में ब्लैक फंगस से मौत का संभवतः यह पहला मामला है।
अधिकारियों ने बताया कि व्हील शॉप में वरिष्ठ खंड अभियंता पद पर कार्यरत वेद प्रकाश (39) की पत्नी को पिछले महीने कोरोना हुआ था। करीब 20 दिन पहले वेद प्रकाश भी करोना की चपेट में आ गए। इसके बाद वेद प्रकाश को रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां से वेद प्रकाश को सुधा अस्पताल रेफर कर दिया गया। सुधा में वेद प्रकाश को ब्लैक फंगस की भी शिकायत हो गई। इसके बाद सुधा अस्पताल में ही वेद प्रकाश की नाक में ब्लैक फंगस का ऑपरेशन भी किया गया। यहां गोली-दवाइयों की कमी के चलते वेद प्रकाश को एमबीएस अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां तबीयत में कोई विशेष सुधार नहीं होने पर परिजन वेद प्रकाश को दिल्ली स्थित नॉर्दन रेलवे अस्पताल ले गए। यहां भी तबीयत में सुधार नहीं होने पर वेद प्रकाश को निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया। यहां भी दवाइयों के अभाव में वेद प्रकाश को वापस रेलवे अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद वेद प्रकाश की तबीयत और ज्यादा खराब हो गई। इसके चलते गुरुवार को ही वेद प्रकाश को वेंटिलेटर पर लिया गया था। यहां देर शाम वेद प्रकाश मौत हो गई। वेद प्रकाश के बाद परिवार में पत्नी और दो छोटे बच्चे बचे हैं।
वर्कशॉप अब तक 7 की मौत
कोरोना और ब्लैक फंगस से वर्कशॉप में पिछले करीब 2 महीने में 7 कर्मचारियों की मौत हो चुकी है। साथ ही 316 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। साथ ही बड़ी संख्या में परिजन भी संक्रमित हुए हैं।
कर्मचारियों ने जताया दुख
वेद प्रकाश की मौत पर अधिकारियों, कर्मचारियों और विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने दुख जताया है। रेलवे एंप्लाइज यूनियन की वर्कशॉप शाखा सचिव अरविंद सिंह सहित अन्य पदाधिकारियों और महिला विंग में शोक संवेदना व्यक्त की है।रेलवे मजदूर संघ वर्कशॉप शाखा अध्यक्ष जेबी सिंह ने भगवान से वेद प्रकाश की आत्मा को शांति देने और परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।