श्री महावीरजी स्टेशन पर नहीं रुकी टिकटों की दलाली, मामला सामने आने के 11 दिन बाद भी नहीं चेता प्रशासन
कोटा मंडल रेल प्रशासन ने टिकट लेने के लिए यात्रियों को दलालों के हवाले कर दिया है। मामला सामने आने के 11 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होना यही दर्शा रहा है। श्री महावीरजी स्टेशन पर टिकटों की दलाली अभी भी जारी है। अभी भी यहां पर तत्काल के टिकट दलालों के जरिए ही बनाए जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि 22 जून को यहां पर टिकटों की दलाली का मामला सामने आया था। यात्री ने मामले की शिकायत रेल मंत्रालय से लेकर कोटा रेल मंडल अधिकारियों से की थी। इस शिकायत को अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया। इसके चलते यहां पर टिकटों की कालाबाजारी जारी रही।
यात्री ने बताया कि शिकायत के बाद दूसरे दिन भी उसे दलाल के जरिए टिकट बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा। दलाल ने 4 टिकटों के लिए उससे 6 हजार दो सौ रुपए वसूल कर लिए। जबकि टिकटों का वास्तविक मूल्य 3 हजार 680 रुपए ही था। इसके एक दिन पहले भी दलाल ने एक यात्री पर 600 रुपए तक की दलाली वसूली थी। यात्री ने बताया कि यहां पर टिकटों की दलाली आरक्षण केंद्र के सामने बने ई मित्र केंद्र के द्वारा की जा रही है।
नहीं होनी थी कार्रवाई
यात्री ने बताया कि रेलवे द्वारा यहां पर कार्रवाई होनी ही नहीं थी। यह बात रेलवे द्वारा पहले दिन शिकायत के बाद दिए गए जवाब से ही स्पष्ट हो गई थी। शिकायत के बाद ईएमआई कंप्लेन ने उसे जवाब दिया था कि इसमें गलती आपकी है। आपको दलाल के पास जाना ही नहीं था। हालांकि इसके बाद रेलवे ने मामले को आरपीएफ पर डाल दिया था। लेकिन इसके बाद भी यहां पर टिकटों की दलाली जारी है। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होना आपसी मिलीभगत को दर्शाने के लिए काफी है।