आइसोलेशन कोचों से बैटरी चुराते दो पकड़े, कबाड़ी भी गिरफ्तार, आरपीएफ की कार्रवाई
कोटा। न्यूज़. रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की अपराध शाखा द्वारा गुरुवार रात आइसोलेशन कोचों से बैटरी चुराते दो लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। साथ ही चोरी के उपयोग में ली गई एक स्कूटी भी बरामद की है। बाद में अपराध शाखा द्वारा स्कूटी सहित दोनों आरोपियों को आरपीएफ पोस्ट के हवाले कर दिया गया। आरपीएफ पोस्ट ने मामले में एक कबाड़ी को भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद तीनों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीनों को जेल भेजने के आदेश दिए हैं।
आरपीएफ ने बताया कि कई दिनों से रेलवे यार्ड में खड़े आइसोलेशन कोचों से बैटरी चोरी होने की जानकारी मिल रही थी। इस पर रेलवे यार्ड में विशेष निगरानी की जा रही थी। गश्त के दौरान आरपीएफ को स्कूटी पर दो संदिग्ध युवक जाते नजर आए। पिछा कर आरपीएफ ने दोनों को रोक लिया। तलाशी में आरपीएफ को इनके पास से आइसोलेशन कोचों से चुराई एक बैटरी तथा करीब 26 किलो रेलवे संपत्ति बरामद हुई। इसके बाद आरपीएफ ने स्कूटी सहित दोनों को पकड़ कर आरपीएफ पोस्ट के हवाले कर दिया। पोस्ट पोस्ट द्वारा मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरपीएफ ने बताया कि दोनों के नाम मनोज कोली (27) तथा रवि कोली (27) हैं। यह आरके पुरम स्थित नयागांव के रहने वाले हैं।
कबूली अन्य चोरी
पूछताछ में दोनों ने पिछले तीन-चार दिन में आइसोलेशन कोचों से 8-10 बैटरी और अन्य सामान की चोरी की बात स्वीकार की है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह चोरी का माल है छावनी स्थित इलियास कबाड़ी को बेच देते थे। इस पर आरपीएफ ने इलियास को भी गिरफ्तार कर लिया।
पहले भी कई बार हो चुकी है चोरी
यह पहला मौका नहीं है जब आइसोलेशन कोचों में चोरी हुई हो। इससे पहले भी आइसोलेशन कोचों से चोरी के कई मामले सामने आ चुके हैं। एक-दो मामलों में आरपीएफ ने चोरों के खिलाफ कार्रवाई भी की
है। लेकिन चोरी की वारदात है नहीं रुक रही हैं।
आइसोलेशन कोचों से बैटरी के अलावा नलो की टोटी आदि किमती सामान चोरी हो गए हैं। इसमें से कई सामान स्टाफ के घरों की शोभा बढ़ा रहे हैं। लगातार चोरी होने से यह कोच फिर से कबाड़ बनते जा रहे हैं।
पहले तैयार आइसोलेशन कोच भी काम नहीं आने के कारण कबाड़ हो गए थे।
यह रहे शामिल
कार्रवाई करने वालों में अपराध शाखा निरीक्षक राजीव खरब, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र कुमावत, प्रधान आरक्षक विनोद कुमार, प्रधान अरविंद कुमार मलिक, आरक्षक शीशराम गुर्जर तथा अमर सिंह आदि शामिल थे।