कोटा. REET परीक्षा संपन्न होने के बाद इसमें नकल कराने के तरीके और कहानियां छन-छनकर सामने आ रही हैं. कहीं चप्पल में डिवाइस लगाकर नकल कराने की कोशिश की गई तो कहीं ब्लूटूथ का सहारा लिया गया. पकड़े गये डमी अभ्यर्थियों (Dummy Candidates) और गिरोह के लोगों की प्लानिंग सुनकर-सुनकर पुलिस भी चक्करघनी हो रही है. ऐसे ही एक शातिर डमी अभ्यर्थी को कोटा में पकड़ा गया था. यह डमी अभ्यर्थी खुद सरकारी शिक्षक (Government Teacher) है. लेकिन लाखों रुपये के फेर में आकर उसने ऐसा कदम उठा लिया कि अब उसकी खुद की नौकरी पर बन आई है. इसने अपनी बुआ के बेटे को रीट पास कराने के लिये सात लाख में सौदा किया था लेकिन सफल नहीं हुआ.
कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि पकड़ा गया डमी अभ्यर्थी सुरेश कुमार विश्नोई सरकारी अध्यापक है. उसे एसओजी से मिले इनपुट के आधार पर कैथून थाना इलाके के एक सेंटर पर पकड़ा गया था. वह अपनी बुआ के बेटे की जगह परीक्षा दे रहा था. इसके लिये उसने बुआ के बेटे से 7 लाख रुपये वसूले थे. सुरेश विश्नोई ने आधार कार्ड में भी मूल अभ्यर्थी का फोटो पेस्ट कर दिया था. इससे पुलिस भी एक बार चकमा खा गई. लेकिन जब आरोपी सुरेश और मूल अभ्यर्थी केPAN कार्ड की डिटेल को मैच किया गया तो पूरी पोल खुल गई. उसके बाद पुलिस ने आरोपी सुरेश विश्नोई को गिरफ्तार कर लिया. मूल अभ्यर्थी को गिरफ्तार करने के लिए टीमें रवाना की गई हैं.