जनरल टिकट शुरू नहीं, यात्री भार बढ़ा, कई ट्रेनें नो रूम-गंगापुर सिटी
कोरोना शुरु हुआ तब से करीब 12 महीने ट्रेनों के जरनल टिकअ का वितरण बंद पड़ा है। ऐसे में इन दिनों संचालित कुछ यात्री ट्रेनों में यात्रा करने का एकमात्र साधन रिजेर्वेशन सिस्टम है। लेकिन अब ट्रेनों में यात्रीभार अधिक होने से रिजतवेशन भी बढ़ने लग रहा गया है। ऐसे में गंगापुर सिटी से गुजरने वाली कई महत्वपूर्ण यात्री ट्रेनों में 28 फरवरी तक सीटें ही नहीं है। ये ट्रेने नो रुम हो चुकी है।वैशविक महामारी कोरोना के कारण मार्च 2020 में यात्री ट्रेनों का संचालन बंदकर दिया था। इसके बाद अगस्त से रेलवे ने धीरे-धीरे यात्री ट्रेनों का संचालन शुरु किया। लेकिन इनमें यात्रा करने का विकल्प रिर्जेवेशन सिस्टम ही रखा। वर्तमान में कोरोना का असर कम होने के कारण इन दिनों ट्रेनों में यात्रियों का भार बढ़ चुका है। ऐसे में अब गंगापुर सिटी से गुजरने वाली पश्चिम एक्सप्रेस, स्वर्ण मंदिर एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनों 28 फरवरी तक गंगापुर सिटी से रिर्जेवेशन फूल हो चुका है।
इसके पीछें रेल सूत्रों का कहना है कि ट्रेनों में सीटे फुल हो चुकी है। और वेटिंग भी 100 से 125 से अधिक चल रही है। इससे ये ट्रेने नौ रुम हो चुकी है।
जनरल टिकट का वितरण शुरु नहीं होना यात्रियों का बना परेशानी
रेल सूत्रों ने बताया कि ट्रेनों में रिजेर्वेशन अधिक होने के पीछे प्रमुख कारण जनरल टिकटों; का वितरण बंद होना भीहै। पहले रिर्जेवेशन नहीं होने पर यात्री जनरल टिकट लेकर यात्रा कर लेता था। लेकिन अब यात्रियों के सामने रिर्जेवेशन ही एक मात्र सिस्टम बचा है। वही यात्रियों ने बताया कि रेलवे इस समय एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन कर रहा है। कोरोना से पहले कई पैसेंजर ट्रेनो का संचालन होने से यात्रियों को परेशानी नहीं उठानी पड़ती थी। अगर रेलवे पैसेंजर ट्रेनों को जनरल टिकट पर शुरु की जाए तो यात्रियों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। कोटा-आगरा पैसेंजर, मथुरा -रतलाम पैसेंजर व मथुरा सवाई माधोपुर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन किया जाए। तो यात्रियों को लाभ मिलेगा। साथ ही रेलवे को राजस्व का लाभ मिलेगा।