रैन बसेरों में ठहरे लोगों को मिलेगी इलाज सुविधा, सर्दी को लेकर गाइड लाइन जारी
सरकार ने सीएमएचओ व पीएमओं को दिए मेडिकल टीम बनाने के निर्देश गंगापुर सिटी
रैन बसेरो में रह रहे लोगों को अब उसी जगह पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। सरकार ने ने सीएमएचओ व पीएमओं को मेडिेकल टीम गठित कर रैन बसैरों में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने के निद्रेश दिए है। प्रदेश में शीतलहर को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं के निदेशक डॉ.ने शीतलहर के प्रकोप से आमजन के प्रभावित होने की संभावनाएं बढ ऱही है। ऐसे रोगियों को हॉस्पिटल, पीएचसी व सीएचसी में तत्काल स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं। प्रत्येक जिला स्तर पर शीतलहर से प्रभावित रोगियों के बचाव, उपचार, एवं रोकथाम के लिए मोबाइल टीमों का गठन करें। और इसकी सूचना निदेशालय भेजे। शीतलहर से प्रभावित है तो मिलेंगे यह लक्षण शीतलहर से प्रभावित रोगियों में शरीर का ठंडा पड़ना, शरीर का सुन्न पड़ना, नाड़ी का धीमा व मंन्द पड़ जाना,सांस में तेजी से चलना आदि लक्षण है। रोगी को समय पर उपचार नहीं मिलने पर उसकी मृत्यु भी हो सकती है।
ऐसे कर सकते है शीतलहर से बचाव
जहां तक संभव हो घर के बाहर के कार्य के लिए दिन में निकले। स्वयं को व बच्चों को ऊनी कपड़ो से ढककर रखे। फुटपाथ पर रहने वाले लोग रात में रैन बसेरा, सार्वजनिक भवन व धर्मशालाओं में रह रहे ओर खुले स्थान पर नहीं सोएं।रात में बाहर कार्य करना यदि जरुरी हो तो अपने पास अंगीठी ,आवश्यक लकड़ी, कूड़ा-करकट जलाकर अलाव लगाकर तापने की व्यवस्था करेें।शीतलहर में अधिकतर गर्म भोजन का सेवन करें और गुड़, तिल, चिकनाई,चाय कॉपी का सेवन करें।शारीरिक श्रम अधिक करे और हो सके तो सुबह व्यायाम करें और तेल की मालिश करें। जिस व्यक्ति को शीललहर का प्रभाव पड़ जाए तो उसे तत्काल कंबल,रजाई आदि से ढ़के।