होम्योपैथी में संभव है ब्लैक फंगस का ईलाज
सवाई माधोपुर 19 मई। वर्तमान में जो महामारी कोरोना चल रही है उस से आहत हुए या पीड़ित हुए लोग जो अब स्वस्थ हो चुके हैं उनके स्वस्थ होने के साथ ही उनके अंदर कमजोरी व बढा हुआ शुगर लेवल (डायबिटीज) की समस्या आ रही है और यह सब उनके एलोपैथिक उपचार में उपयोग में आए स्टेरॉइड्स की वजह से हो रहा है।
होम्योपैथी डाॅ. शिवानी शर्मा ने कहा कि यह मजबूरी भी है चिकित्सा कर्मियों की, कि वे लोगों को बचाने के लिए स्टेराइड का उपयोग करें अन्यथा उसका परिणाम भयावह हो सकता था। परंतु अब स्टेरॉयड की वजह से एक बड़ी ही खतरनाक परेशानी जो कि ब्लैकफंगस नाम से लोगों के अंदर सामने आ रही है।
डाॅ. शिवानी बताया कि यह बीमारी एक तरह की फफूंद है जो की नाक से होते हुए आंख तथा मस्तिष्क को भी क्षतिग्रस्त कर रही है तथा इस भयावह परेशानी है जो मरीज तक ही नहीं बल्कि उसके पीढ़ी दर पीढ़ी वंश में अनुसरण करती है। ब्लैकफंगस नाम की परेशानी भविष्य में कई लोगों को अपनी चपेट में ले सकती है जिसकी वजह एलोपैथिक स्टेरॉइड है।
डाॅ शिवानी ने कहा कि इसका सीधा और जड़ से इलाज होम्योपैथिक रेमेडीज में उपलब्ध है। जो कि मरीज के लक्षणों के आधार पर कई स्तर पर उस ब्लैकफंगस को खत्म करने की पूरी ताकत रखती हैं। उन्होने कहा कि कोरोना से ठीक होने के पश्चात अपने अंदर किसी तरह की कमजोरी या शुगर लेवल उच्च स्तर पर पाते हैं तो होम्योपैथिक मेडिसिन का सहारा ले सकते हैं।