ढील बांध में 16 व नागोलाव में पोने 10 फीट पानी की आवक से चली चादर लोगों में खुशी की लहर
बौंली— क्षेत्र में तीन दिवस से जारी वर्षा के अनवरत दौर से क्षेत्र के बांध व ताल -तलैयाओं में पानी की लगातार आवक बनी हुई होने से क्षेत्र के दिल बांध व नागोराव बांध छलकने से खुशी की लहर दौड़ गई हैं तो कुछ एक दो दिन बाद छलकने के कगार पर है। गत वर्ष वर्षा के अभाव में खाली रहे जलाशयों के इस बार लबालब होने से क्षेत्र के लोगों सहित किसानों में खुशी की लहर व्याप्त है। बांधों में लगातार पानी की आवक बनी होने से सिंचाई विभाग बांधों की बराबर निगरानी में लगा हुआ है । सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता चेतराम मीना ने बताया की थडोली ग्राम पंचायत के निकट स्थित 16 फीट भराव क्षमता के ढील बांध में सोमवार देर रात को हुई बारिश के बाद रात 1:00 बजे 16 फीट से पानी की आवक हो चुकी थी तथा लगातार पानी की आवक जारी थी । पानी की आवक के चलते 6 इंच की चादर चल गई। इसी प्रकार बौंली मुख्यालय स्थित 10 फीट भराव क्षमता वाले नागोलाव बांध में पानी की आवक हो रही है जिसके चलते बौंली उपखंड मुख्यालय पर भी नागोराव बांध पर 6 इंच की चादर चलने से नजारा देखने के लिए लोगों में खासा उत्साह दिखाई दिया तथा बांध में पानी का आना बराबर जारी था ।सहायक अभियंता ने बताया कि बांधों में इसी प्रकार से लगातार पानी की आवक बनी रही तो पानी की आवक को देखते हुए आने जाने वालों को सावधानी बरतने की जरूरत है आसपास रह रहे वाशिम दो को भी सूचना दी जा रही है की समय की नजाकत को देखते हुए एतिहाद बरतने के तौर पर कुछ समय के लिए अपना स्थान बदल लें। अनवरत बरसात के बाद बांधों में पानी की लगातार आवक से क्षेत्र के आमजन व किसानों में खुशी की लहर व्याप्त है। लोगों को जैसे-जैसे बांधों का जलस्तर बढ़ने की जानकारी मिल रही है वे अपने परिवार सहित भ्रमण व पिकनिक की दृष्टि से बांधों को देखने के लिए पहुंचने लगे हैं ।ऐसी स्थिति में बांधों पर भीड़ भी बढ़ने लगी है। गौरतलब है कि 16 फीट भराव क्षमता वाले इस बांध से करीब 40 किलोमीटर दूर मलारना डूंगर उपखंड क्षेत्र के अंतिमटेल तक नहरों के माध्यम से सिंचाई का पानी पहुंचता है तथा 16 फीट की भराव क्षमता के बाद जब बांध का पानी छलक कर बाहर आया है तो उस मनोरम दृश्य को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग यहां पहुंचते रहे हैं।बरसात के मौसम में तो यह बांध क्षेत्र सहित दूरदराज के सैलानियों के लिए पिकनिक के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान रखता है। बरसात के दिनों में प्रतिदिन सैकड़ों सैलानी यहां भ्रमण के लिए पहुंच यहां के प्राकृतिक सौंदर्य व नजारे का आनंद उठाते हैं। गत वर्ष बांध में 10 फीट के लगभग ही पानी आने से सैलानी व क्षेत्र के किसान मायूस रहे लेकिन इस बार बांध में लगातार पानी की आवक से लोगों में खुशी की लहर व्याप्त है। अभियंता ने जानकारी दी कि बांध के पूरे लबालब होने पर बांध से जुड़े क्षेत्र के किसानों को रबी की फसल में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी आसानी से उपलब्ध हो जाता है । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ढील बांध 16फीट व नागोलाव बांध 10फीट के बाद ओवर फ्लो होते हैं इसलिए बांधों पर पूरी निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने आमजन से भी बांधों पर पहुंचने के दौरान सावधानी बरतने का आग्रह किया है।