वज़ीरपुर : राजस्थान सरकार ने पाँचना डैम 125 करोड़ रूपये से भी ज्यादा की लागत से कमांड एरिया के 47 गाँवों की लगभग 1.25 लाख की आबादी की लगभग 40 हजार बीघा कृषि भूमि की सिंचाई एवं क्षेत्र की समृद्धि हेतु बनवाया है। वर्ष 1990 -91 से 2005-06 के बीच, 13 वर्षों तक इस डैम से सिंचाई हेतु पानी की आपूर्ति की गई। परन्तु बिना ठोस कारणों के हर स्तर पर उदासीनता की वज़ह से वर्ष 2006 के पश्चात् 14 वर्षों से नहरों में पानी नहीं खोला जा रहा है जिससे किसानों को लगभग 100 करोड़ रूपये प्रति वर्ष सीधी हानि के साथ क्षेत्र व आसपास के कस्बों में रहने वाले सभी नागरिकों को अन्य कई अप्रत्यक्ष नुकसान हो रहे है। 13 वर्षों तक नहरों में पानी नहीं खोलने के कारण अब तक कमांड एरिया के किसानों को लगभग 1400 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। इसी प्रकार 13 गाँवों की लगभग 8000 बीघा भूमि की सिंचाई हेतु बनाई जा रही 13.21 करोड़ रुपए की गुड़ला लिफ्ट परियोजना में वर्ष 2010-11 से बहुत ही धीमी गति से काम हो रहा है और इस प्रोजेक्ट के काम में लगभग 8 साल देरी होने से लगभग 160 करोड़ रुपए का वहां के किसान भाइयों को भी नुकसान हो चुका है।
पांचना डैम का पानी कमांड एरिया की नहरों में नहीं खोलने से जल स्तर नीचे जाता जा रहा हैं जिससे किसान को फसल लागत बढ़ती जा रही हैं कांग्रेस सरकार का पांचना डैम का पानी कमांड एरिया की नहरों में नहीं खोलना कांग्रेस की दोगली किसान नीति को प्रदशित करता हैं कमांड एरिया में किसान भाइयो को पानी की व्यवस्था नहीं होने से हताश होता जा रहा हैं और शहरो की तरफ रोजगार की तलाश में पलायन करता जा रहा हैं
उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, यह अनुरोध किया जाता है कि पांचना बांध का पानी नहरों खुलवाने के लिए कदम उठाए जाएं, ताकि किसानों को जल्द से जल्द पानी मिल सके।