कोरोना संक्रमण से मुक्त हुआ सामान्य चिकित्सालय का कर्मचारीर वैक्सीन लगने पर उत्साहित-गंगापुर सिटी
पहले दिन कोरोना का टीका लगने के बाद लोगों में उत्साहित है।कोरोना संक्रमण से बचाव व रोकथामको लेकर कोविड-19 के टीकाकरण महाभियान का राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर शुभारंभ के साथ ही गंगापुर सिटी में टीकाकरण का शुभारंभ शनिवार को हुआ। गंगापुर सिटी उपखंड में सामान्य चिकित्सालय में प्रथम चरण में टीकाकरण का कार्य शुरू हुआ। इस दौरान पहले दिन 100 में से 69 हेल्थ वर्कर्स को लगाया गया टीका जिनमें 57 मेल और 12 फिमेल शामिल है। शेष 31 जने बाकी एवं सोमवार को 100 जनों के टीका लगाया जाएगा। टीका करण अभी उन लोगों का लोगों जिनका पंजीयन हो चुका है। सामान्य चिकित्सालय के पीएमओं डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता ने शनिवार को गंगापुर सिटी उपखंड में सबसे पहले टीका लगाने वाले पहले चिकित्सा प्रभारी है। उनका कहना है कि पहला टीका मुझे लगवाया है। मै खुद को सौभाग्यशाली मानता हंू। अब कई घंटे बीत चुके,कोई साइड इफैक्ट नहीं लग रहा। वैक्सीन से कोरोना से जंग जीतने में सफलता मिलेगी। उन्होंने गंगापुर सहित आस-पास के लोगों से अपील की है कि वचह बेहिचक टीका लगवाएं। कोरोना के विरुद्व लड़ाई में यह माइल स्टोन है। पूरा साभर होने को आया। हमने कोरोना से लंबी लड़ाई लड़ी है। हर व्यक्ति का इस जग में कंट्रीब्यूशन रहा है। राजस्थान सरकार ने बहुत ही आक्रामकता से इस जंग को लड़ा है। हर मोर्चे पर सरकार ने डटकर मुकाबलार किया है। गंगापुर सिटी में पहली बार कोरोना का जब पहला केस अस्पताल में आया था, तब सभी लोग इतने डरे हुए थे कि केस के पास जाने से झिझक रहे थे। आज सकारात्मक का समय है तो ऐसी कोई बात करना ही बेकार है। ब्लाक सीएमएचओ डॉ. बत्ती लाल मीना का कहना है कि आज इंतजार पूरा हुआ। मैने आज वैक्सीन लगाई है। वैक्सीन बिल्कुल सेफ है। इस टीका लगाने से मुझे किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं हुई। ना ही कोई साइट इफेक्ट नहीं हुआ। उन्होंने उपखंड की जनता से अपील की है कि कोविड 19 का टीका पूर्ण रूप से सही है। साथ ही कोविड से बचाव के लिए ये टीका लगवाना अति आवश्यक है। एक बात सभी को समझ लेनी चाहिए कि किसी को भी टीके को बिना ट्रायल व परीक्षण के मंजूरी नहीं मिलती। एक टीका कई प्रोसेस से गुजरने के बाद मंजूरी के लिए रेगुलेटर तक पहुंचता है,जहां इसका पूरा विश्लेषण किया जाता है।और लोगों को लगाने की अनुमति दी जाती है। इस टीके के मामले में भी सारे प्रोटोकॉल व गाइडलाइन फॉलो किए गए है। कोई नया टीका आता है तो लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठना स्वाभाविक है, लेकिन एक बात याद रखिए कि बिना टीके केि ऐसी बीमारियों का खात्मा नहीं किया जा सकता। पोलियों जैसी महामारी इसका उदाहरण है। में सभी से आब्हान करना चाहूंगा कि जगब भी बारी आए, बिना किसी डर के टीका लगवाएं। इससे कत्तई घबराने या डरने की जरुरत नहीं है। टीका लगाने के बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं राजकीय सामान्य चिकित्सालय में कार्यरत पैथोलॉजिस्ट डॉ विजेंद्र गुप्ता ने सुबह 11:00 बजे के करीब कोरोना वैक्सीन लगवा कर आम जनता को इस वैक्सीन को लगवाने के लिए प्रेरित किया। डॉ विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि उन्हें प्रसन्नता है कि वे विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व भारत के कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम की ओर नजरे जमाए हुए हैं,जो कि अपने आप में एक बहुत बड़ी राष्ट्रीय उपलब्धि है। उन्होंने कोविशिल्ड वैक्सीनकी 0.5 एमएल डोज लगवाइ और इस वैक्सीन को लगवाने के बाद उन्हें किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट नजर नहीं आ रहा है। वह पहले की समान स्वस्थ और तंदुरुस्त हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि यह वैक्सीन कोरोना काल के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगाई जा रही है कॉरोना रूपी अंधकार से निजात दिलाने वाली यह वैक्सीन आम जनता के लिए एक अमृत के समान है। उन्होंने आम जनता से भी अपील की की बे अपनी बारी पर कोरोना वैक्सीन अवश्य लगवाएं। ताकि कोरोना के भय से उन्हें निजात मिल सके। डॉ गुप्ता ने बताया कि बे इस वैक्सीन को लगवाने के लिए बड़े उत्सुक थे और जब उनका नाम 16 जनवरी की पहली लिस्ट में आया तो उन्हें बहुत खुशी हुई । डॉ गुप्ता ने कोरोना वैक्सीन को पूर्णतया स्वास्थ्य मानकों पर खरा बताया एवं इसे मानव स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल सुरक्षित बताया।