अब नष्ट करने की बजाह दूसरे हेल्थ वर्कर को लगाई जा सकेगी वैक्सीन,अब एप के फीचर में बदलाव-गंगापुर सिटी
अब तक कोविड वैक्सीन खराब होने पर डोज को फैकी जा रही थी। लेकिन अब इसके नियमों मे बदलाव करके अब बची डोज को तत्काल किसी को भी टीका लगाया जा सकेगा। जबकि पूर्व में बची हुई डोज फेंकनी पड़ी। क्योकि ये चार घंटे में खराब हो जाती है।
ब्लाक सीएमएचओ डॉ. बत्ती लाल मीना ने बताया कि अब केन्द्र सरकार ने कोविन एप में ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरु कर दी गई है।
गंगापुर सिटी में अब तक कोविड वैक्सीन की 8 डोज बर्बाद हो चुकी है। यानी बची डोज को फेंकनी पड़ी। क्योकि ये 4 घंटे में खराब हो जाती है और तत्काल किसी को टीका लगाया नहीं जा सकता है। इसकी सीधी वजह ये थी कि कोविन एप के जरिए उन्हीं लोगों को टीके लगाए जा सकते है जिनके पास मैसेज गए हो।
घबराइए नहीं.. कोरोना वैक्सीन जरुर लगवाएं, इससे साइड इफेक्ट का अब तक एक भी केस नहीं मिला :गंगापुर सिटी उपखंड क्षेत्र में चार दिन में अब तक 213लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है, लेकिन साइड इफेक्ट का एक भी केस सामने नहीं आया है। सामान्य चिकित्सालय के पीएमओं डॉ. दिनेश कुमार गुप्ता ने बताया कि कोरोना वैक्सीन सबसे पहले मैने लगवाई है। कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद मेरे मन में कोरोना संक्रमण के खतरे; का जों भ्रम था दूर हो गया। मानसिक रूप से मुझे सुकून है। में अब वैक्सीन लगने के बाद कोरोना से सक्रमित नहीं हो पाउंगा।
ब्लाक सीएमएचओ एवं नोडल अधिकारी डॉ. बत्ती लाल मीना ने बताया कि पहले भी बीसीजी ,रोटा, एमआर की वैक्सीन, रोग नहीं हो इसलिए लगाई जाती रही है। इसी तरह कोरोना से बचाव के लिए ये वैक्सीन लगाई जा रही है। अच्छा है कि वैक्सीन लगवाकर एहतियात बरती जाएं।
मोबाइल नंबर व जन्म तिथि में आई गडबड़ी :सामान्य चिकित्सालय में शुक्रवार को वैक्सीन लगवाने वाले कार्मिकों की लिस्ट में काफी गडबड़ी सामने आई। कोविड की वैक्सीन लगाने वाले कार्मिकों ने बताया कि वैक्सीन लगाने वाले की संख्या कम आ रही है। शुक्रवार को जारी 110 की लिस्ट में अधिकांश कार्मिको के नाम, टेलीफोन व जन्म तिथि गलत अंकित होने की वजह से कई लोगों के पास मैसेंज नहीं पहुंचे। ना ही कर्मचारियों ने लिस्ट के हिसाब से कार्मिकों को फोन करने पर नंबर गलत बता रहा था। जिससे सुबह साढ़े दस बजे एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने कोरोना का टीका लगवाया गया। शेष जनों को कोविड में लगी ड्यूटी कर्मचारियों मोबाइल फोन करके उन्हें बुलावा आने के लिए दे रहे थे।
इसलिए फेंकनी पड़ी वैक्सीन की 8 डोज :
कोविड -19 वैक्सीनेशन के अब तक 3 दिन में गंगापुर सिटी उपखंड में 8 डोज वैक्सीन डोज खराब हो चुके है। 16 जनवरी से शुरु हुए टीकाकरण में अब तक 4वैक्सीनेशन दिन हुए है। जिसमें 1650 लाभार्थियों का लक्ष्य था, लेकिन चौथे दिन लगने वालों की संख्या बढ़कर 213 लोगों का ही टीकाकरण हो सका। शुक्रवार को भी लोगों ने टीके के प्रति उत्साह दिखाई नहीं दिया गया। 16 जनवरी को लॉचिंग के दिन एक,17 जनवरी को एक और 18 जनवरी को 6 डोज डैमेज हुए है। डोज डैमेज होने का सबसे बड़ा कारण चिकित्सा कार्मिकों व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा रजिस्ट्रेशन के बाद भी वैक्सीनेशन के लिए नहीं पहुचना सामने आया है। वही दूसरा बड़ा कारण कोविन एप है। जहां रजिस्ट्रेशन के बाद ऑनलाइन लाभर्थियों के पास टीका लगाने का मैसेंज नहीं पहुंच रहा है। ब्लाक सीएमएचओ डॉ. बत्ती लाल मीना का कहना है कि नए साफटवेयर की वजह से पहले 3 सैशन में कुछ दिक्कते आई थी।एक वॉयल को खुलने के बाद 4 घंटे में ही उपयोग करना होता है। प्रत्येक वॉयल में 10 डोज होती है। ऐसे में बची डोज को डिस्चार्ज करना होता है। पहले नियम था कि हैल्थ वर्कर को तय दिन में ही वैक्सीन लगानी जानी थी। भले ही डोज फैंकनी पड रही हो। लेकिन केद्र सरकार ने इस नियम में छूट दे दी है। अब डोज बचेगी तो बिना नंबर; के भी रजिस्टर्ड हैल्थ वर्कर में से किसी को भी लगाई जा सकती है।
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