जैन मंदिरों में भगवान आदिनाथ के मोक्ष कल्याणक पर चढ़ाया निर्वाण लाडू-गंगापुर सिटी
माघ कृष्ण चतुर्दशी शुभ तिथि को आज जैन धर्म के प्रवर्तक प्रथम तीर्थंकर भगवान 1008 आदिनाथ का मोक्ष कल्याणक धूमधाम दिगंबर जैन मंदिरों में मनाया गया।इस मौके पर 1008 श्री आदिनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक, महामस्तकाभिषेक, शान्ति धारा, निर्वाण लाडू ,पूजन किया गया। 1008 श्री आदिनाथ भगवान का अभिषेक शांतिधारा निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। जैन समाज के महामंत्री नरेंद्र गंगवाल ने बताया कि पहले सभी जैन धर्मावलंबी आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में एकत्रित हुए और मूलनायक 1008 भगवान श्री आदिनाथ के समक्ष भक्ति भाव के साथ में निर्वाण कांड की की स्तुति कर सभी साधर्मी बंधुओं ने निर्वाण लाडू चढ़ाया। इसके बाद सभी जैन बंधु नसिया कॉलोनी स्थित शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में एकत्रित हुए और वहां भी जिनेंद्र भगवान के सामुहिक अभिषेक शांति धारा करने के पश्चात भक्ति भाव के साथ में निर्वाण लाडू चढ़ाया गया एवं सभी ने एक दूसरे को भगवान आदिनाथ के निर्वाण उत्सव के अवसर पर शुभकामनाएं प्रेषित की। सकल दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष सुभाष पांड्या ने बताया कि भगवान 1008 आदिनाथ भगवान ने महानिर्वाण पद को प्राप्त कर संसार से मुक्ति का मार्ग बताया। मानव अपने इंद्रियों पर विजय प्राप्त कर इस संसार के आवागमन से कैसे छूट सकता है। उन्होंने बताया कि आत्म कल्याण से जनकल्याण की भावना को कैसे अपने जीवन में लाया जा सकता है। मालूम हो कि भगवान आदिनाथ ने सर्वप्रथम असि, मसि, कृषि, शिल्प, अक्षर ज्ञान का उपदेश दिया था। उन्होंने इसी दिन भगवान आदिनाथ ने इस नश्वर देह का परित्याग कर कैलाश पर्वत से महानिर्वाण को प्राप्त किया था।