आधार कार्ड बना जी का जंजाल
महेन्द्र शर्मा
वजीरपुर, कस्बा सहित आस पास गांवों में कही आधार मशीन का आधार नही मिलने से अधिकांश लोगों के खाद्य सुरक्षा में सीडिंग नही हो पा रही है।अनेक लोगों की सीडिंग में एक दूसरे परिवार के आधार भी जोड़ दिए और उसे मशीन ने स्वीकार किया। इससे ऑरिजिनल राशन कार्ड धारक की सीडिंग वंचित हो गई। जो मशीन गलत आधार के स्वीकार करने से उपभोक्ताओं का यह कारण जी का जंजाल बन गया। जिससे लोगों को राशन कार्ड से गेहूं नही मिलने की आशंका है। एक ओर राशन डीलर ही राशन सामग्री को एक या दो दिन ही वितरण करते हैं। वही कुछ लोग आधार की अवैध मशीन लगाकर लोगों का शोषण करते हैं। ऐसे में दोनों तरफ से ही आम उपभोक्ता को भारी परेशानी होती है। आधार कार्ड में संशोधन और पंजीयन के लिए दूर दराजों की ठोकरे खानी पड़ रही है। वजीरपुर उपखण्ड कार्यालय होने के बावजूद भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र पर आधार बनाने की सुविधा उपलब्ध नहीं होने से लोगो की परेशानी बढ़ गई। पंचायतों में सरकार द्वारा भारी राशि खर्च कर मशीनों को लगाया गया। आधार मशीन काम नही आने के चलते ये मशीन शो पीस बनकर रह गई। कहने को तो यह सेवा केन्द्र सभी कार्य के लिए और सभी अधिकारी कर्मचारियों की सेवा के लिए बनाया गया, लेकिन ग्राम पंचायत के कर्मचारियों के अलावा कोई नही बैठता है। ग्राम पंचायतों के कार्मिक कितने कार्यालय पर आते हैं। ये किसी से छुपा नही है।