राजस्थान मनरेगा में 'मौत का खेल': एक दिन में 81 और 8 दिन में 120 श्रमिकों की मौत कागजों पर दर्ज, जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर!

राजस्थान मनरेगा में 'मौत का खेल': एक दिन में 81 और 8 दिन में 120 श्रमिकों की मौत कागजों पर दर्ज, जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर!

पाली। राजस्थान के पाली जिले में मनरेगा (MNREGA) योजना के तहत जॉब कार्ड और भुगतान को लेकर एक विशाल फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां मनरेगा पोर्टल पर फर्जी श्रमिकों के नाम दर्ज किए गए और फिर भुगतान हड़पने के लिए उन्हें कागजों में मृत दिखा दिया गया। इस जांच में हैरान कर देने वाले आंकड़े सामने आए हैं।

एक ही दिन में 81 और 99 मौतें दर्ज

यह फर्जीवाड़ा तब सामने आया जब जिला लोकपाल ने मनरेगा पोर्टल के डेटा की जांच की:

  • कीरवा गांव: पाली के राजस्व गांव कीरवा में 14 मई 2020 को मनरेगा पोर्टल पर एक ही दिन में 81 श्रमिकों की मौत होना बताया गया है।

  • डिंगाई गांव: डिंगाई राजस्व गांव में 2 मार्च 2023 को 99 मनरेगा श्रमिकों की मौत होना दर्शाया गया है। इतना ही नहीं, इस गांव में महज 8 दिन (23 फरवरी 2023 से 2 मार्च 2023) के भीतर कुल 120 श्रमिकों की मृत्यु होना बताया गया है।

कोई आपदा नहीं, फिर भी मौत का रिकॉर्ड

जांच में सबसे बड़ी बात यह सामने आई कि इन गांवों में इतनी बड़ी संख्या में श्रमिकों की मौत होने के बावजूद जिले में किसी को इसकी खबर नहीं लगी। क्षेत्र में कोई प्राकृतिक आपदा या महामारी भी नहीं आई थी, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो सकती थी। इसके बावजूद मनरेगा पोर्टल पर यह संख्या दर्ज है।

मनरेगा जिला लोकपाल चैन सिंह पंवार ने कहा, "एक ही दिन में 81 और 99 श्रमिक एक ही राजस्व गांव में कैसे मर सकते हैं? ऐसा तो केवल प्राकृतिक आपदा या महामारी के समय हो सकता है।" उन्होंने जिले के अन्य गांवों में भी इसी तरह की गड़बड़ी होने की आशंका जताई है, जिसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।


फर्जी नामों से भुगतान और डुप्लीकेसी

  • जांच का खुलासा: ग्राम पंचायत कीरवा में 1728 जॉब कार्डों की जांच की गई, जिसमें सामने आया कि 1000 श्रमिकों का पंजीयन किया गया था। इनमें से 81 श्रमिक 14 मई 2020 को मृत बताए गए।

  • डुप्लीकेट नाम: अन्य मामलों में व्यक्ति को दूसरे परिवार में स्थानांतरित करना बताया गया, लेकिन सत्यापन के बाद वहां भी डुप्लीकेट नाम (दोहराव) मिले।

  • फर्जी भुगतान: जांच में स्पष्ट हुआ है कि फर्जी नामों से भुगतान किया गया और बाद में उन्हें कागजों में मृत दिखाकर मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई।

दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा

मनरेगा जिला लोकपाल ने 9 अक्टूबर 2025 को जिला कलेक्टर को लिखित में सूचना देकर इस बड़े फर्जीवाड़े के लिए दोषी ग्राम विकास अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा की है।

एक दिन में सर्वाधिक श्रमिकों की 'कागजी मौत'

 

गांव तारीख एक दिन में मौत की संख्या
कीरवा 14 मई 2020 81
डिंगाई 2 मार्च 2023 99
जाणुंदा 5 जनवरी 2020 36
डिंगाई 23 फरवरी 2023 10
डिंगाई 26 फरवरी 2023 11
डिंगाई 19 दिसंबर 2022 8

जांच करवाता हूं…


मनरेगा में मृतक श्रमिकों के नाम एक या डेढ़ साल बाद कोई अभियान चलाकर हटाए गए होंगे। इतनी बड़ी संख्या में एक साथ एक दिन में श्रमिकों को मृत बताकर नाम हटाने के बारे में पता करवाता हूं।
-मुकेश चौधरी, सीईओ, जिला परिषद, पाली


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