Railways: केंद्रीय आम बजट में रेलवे को 2 लाख 52 हजार करोड रुपए की राशि आवंटित की गई है।
इसमें 2.64 लाख करोड़ रुपए पीपी निवेश और 4.60 करोड़ नए कारख़ाने, रोलिंग स्टॉक, स्टेशन विकास, नए कोच आदि पर खर्च का अनुमान है।
इसी तरह बजट में अगले दो से तीन साल में 200 वंदे भारत (स्लीपर एवं चेयर कार), 100 अमृत भारत तथा 50 नमो भारत ट्रेन चलाने की भी योजना है।
इसके अलावा बजट में 1000 फ्लाई ओवर व अंडर पास
17 हजार 500 सामान्य कोच, 7000 किमी हाई स्पीड रेल कॉरिडोर, 1 लाख 14 हजार करोड रुपए संरक्षा पर खर्च का अनुमान है।
इसी तरह 31 मार्च 2026 तक रेलवे में 100% विद्युतीकरण का लक्ष्य है।
दूसरा सबसे बड़ा माल ढुलाई का लक्ष्य
रेलवे का इस वित्त वर्ष के अंत तक 1.6 बिलियन टन कार्गो के लक्ष्य को छूने का प्रयास है। ऐसा होने पर रेलवे दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माल ढुलाई का जरिया बन जाएगा।
निर्भया फंड में से 200 करोड़ रुप ए का प्रावधान भी बजट में है। रेलवे अपने आंतरिक संसाधनों से अतिरिक्त 3 हजार करोड़ रुपए जुटाएगा।
रणनीतिक लाइनों के संचालन पर नुकसान की प्रतिपूर्ति बजट अनुमान 2025-26 में 2739.18 करोड़ रुपए रखी गई है, जबकि पिछले वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान 2024-25 में 2602.81 करोड़ रुपए थी। राष्ट्रीय परियोजनाओं के लिए बाजार उधार की ऋण सेवा के लिए इस वित्त वर्ष में 706 करोड़ रुपए की राशि प्रदान की जाती है। इसके साथ ही, भारतीय रेलवे का शुद्ध राजस्व व्यय इस वर्ष के बजट अनुमान में 3, 02, 100 करोड़ रुपए है, जबकि पिछले वित्त वर्ष के संशोधित अनुमान में 2, 79, 000 करोड़ रुपए है।
इस वित्तीय वर्ष का सकल बजटीय समर्थन 2013-14 में केवल 28, 174 करोड़ रुपए के लगभग 9 गुना है।
रेलवे का लक्ष्य 7000 किलोमीटर हाई स्पीड रेल नेटवर्क होना है जो 2047 तक 250 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से काम करेगा।