सवाई माधोपुर, : सवाई माधोपुर के ब्रह्मपुरी मोहल्ले में शुक्रवार को एक ऐसा दृश्य देखने को मिला जिसने सभी को भावुक कर दिया। 87 वर्षीय चौथमल महावर के निधन पर उनकी छह बेटियों ने मिलकर अपने पिता की अर्थी को कंधा दिया और उन्हें अंतिम विदाई दी।
चौथमल महावर के कोई पुत्र नहीं था। अपनी छह बेटियों ने अपने पिता की अंतिम समय में खूब सेवा की और पुत्र की तरह ही उनकी अर्थी को कंधा देकर एक मिसाल पेश की। बेटियों ने अपने पिता की अंतिम यात्रा को बैंड-बाजे और पुष्प वर्षा के साथ बेहद सम्मान के साथ निकाला।
बेटियों ने निभाया पुत्री का फर्ज
चौथमल महावर की बेटियों रुक्मणी, सुमित्रा (कैकई पूर्व पार्षद), पिंकी, सीमा और ममता ने अपने पिता के प्रति अपनी निष्ठा और प्रेम का परिचय देते हुए पुत्री का फर्ज बखूबी निभाया। उन्होंने अपने पिता की अंतिम यात्रा को यादगार बना दिया।
शहर में छाई भावुकता
सवाई माधोपुर में यह अंतिम यात्रा लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी रही। लोग इन बेटियों की प्रशंसा करते हुए नजर आए। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बेटियां भी बेटों से कम नहीं होतीं। उन्होंने अपने पिता के प्रति जो समर्पण दिखाया है, वह काबिले तारीफ है।
समाज के लिए प्रेरणा
यह घटना समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है। यह दिखाता है कि बेटियां भी अपने परिवार के लिए कितना कुछ कर सकती हैं। इस घटना से यह भी पता चलता है कि बेटियों को भी समाज में बराबर का दर्जा दिया जाना चाहिए।
मुख्य बिंदु:
No comments yet. Be the first to comment!
Please Login to comment.
© G News Portal. All Rights Reserved.