मैरी कॉम के साथ हुआ अन्याय?
दरअसल, भारतीय मुक्केबाज के खिलाफ 3 प्रयासों में इंग्रिट की यह पहली जीत है. वास्तव में, मैरीकॉम ने रिंग में विजेता की घोषणा से ठीक पहले अपना हाथ ऊपर उठा लिया था, इससे पहले कि इंग्रिट को विजेता घोषित किया जाता.पीटीआई को दिए इंटरव्यू में मैरी कॉम ने निराशा जाहिर की है. उनकी तरफ से अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा है कि मैं इस फैसले को बिल्कुल भी नहीं समझ पा रही हूं. पता नहीं क्या गड़बड़ है, आईओसी के साथ क्या इशू है. मैरी ने जोर देकर कहा कि वे खुद कार्यबल की एक सदस्य रही हैं. उन्होंने हमेशा से साफ सुथरी प्रतियोगिता की पैरवी की है. उनकी तरफ से सुझाव भी दिए गए थे. लेकिन उनके साथ न्याय नहीं किया गया.